This blog is for Socially poor ,for uplifting their human values in day today Pure life.Like Buddhism originates in the teachings of Shakyamuni (Gautama Siddhartha), who was born in what is now Nepal some 2,500 years ago.He became increasingly possessed by a longing to abandon the secular world and go out in search of a solution to the inherent sufferings of life.And he gave Triratn ,Four Nobel truth ,Panchshil ,Ashtangik way and ten Parmi .for peace of Globe.
Friday, May 3, 2024
जगदंबा मंदिर- टाहाकारी
भारत की पहली महिला रेसलर हमीदा बानो.
भारत_की_पहली_महिला_रेसलर_हमीदा_बानो.
जानें कौन थी भारत की पहली महिला रेसलर, गूगल ने आज ही क्यों बनाया डूडल.. ???
आज ही के दिन 1954 में आयोजित एक कुश्ती मैच में केवल 1 मिनट और 34 सेकेंड में जीत दर्ज करने के बाद हमीदा बानो को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। उन्होंने प्रसिद्ध पहलवान #बाबा_पहलवान को हराया।
गूगल ने अपने डूडल के डिस्क्रिप्शन में कहा है, “हमीदा बानो अपने समय की अग्रणी थीं और उनकी निडरता को पूरे भारत और दुनियाभर में याद किया जाता है। अपनी खेल उपलब्धियों के अलावा, उन्हें हमेशा खुद के प्रति सच्चे रहने के लिए मनाया जाएगा।"
गूगल के आज के इस डूडल को बेंगलूरू की गेस्ट कलाकार #दिव्या_नेगी ने तैयार किया है। डूडल के बैकग्राउंड में Google लिखा हुआ है, जो स्थानीय वनस्पतियों और जीवों से घिरा हुआ है। हमीदा बानो को 'अलीगढ़ की अमेजन' के नाम से भी जाना जाता है।
उनका जन्म 1900 के दशक की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पहलवानों के एक परिवार में हुआ था। वह कुश्ती की कला का अभ्यास करते हुए बड़ी हुईं और 1940 और 1950 के दशक के अपने करियर में 300 से अधिक प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज की।
शादी के लिए रखी शर्त
हमीदा बानो ने 1940 और 1950 के दशक में चुनौती देते हुए कहा था कि जो भी उन्हें दंगल में हराएगा वे उससे शादी करेंगी। हमीदा के साथ किसी पुरूष के साथ पहला कुश्ती मैच लाहौर के फिरोज खान के साथ 1937 में हुआ था और इस मैच से उन्हें काफी पहचान मिली। हमीदा ने फिरोज खान को चित कर दिया था। इस मैच के बाद हमीदा ने एक सिख और कोलकाता के एक अन्य पहलवान खड़ग सिंह को हराया। इन दोनों ने हमीदा से शादी करने के लिए चुनौती दी थी।
#विशेष : डाइट थी चर्चा का कारण
बानू जब रेसलिंग रिंग मे उतरती थी तो विरोधी उन्हे देखकर ही डर जाता था । 5 फिट 3 इंच लंबी बानू का वजन 108 किलोग्राम था ।
एक दिन के डायट मे शामिल था - 2. 8 लीटर सूप .1.8 लीटर फ्रूट जूस । एक देशी मुर्गा ,एक किलो मटन, एक किलो बादाम आधा किलो घी ,6 अंडे और दो प्लेट बिरयानी शामिल थी ।
कोच के साथ अलगाव ने खत्म किया करियर
उन्होंने भारत मे मिली सफलता के बाद फैसला किया था की वह यूरोप जाकर लड़ेगी लेकीन एसा हुवा नहीं । एसा कहा गया है की हमीदा के बानू अचानक रेसलिंग के दुनिया से गायब हो गयी । कोच सलाम पहेलवान रेसलर का यूरोप जाने का फैसला पसंद नहीं था । हामिदा बानू के गोद लिए बेटे मोहहमद शेख ने बताया की हमीदा को रोकने के लिए उन्हे बहुत पीटा जाता था और उनके पैर टूट गए थे । इसके बाद वह रेसलिंग के दुनिया मे दुबारा लौट नहीं नहीं पाई ?
BR
(टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: प्रदीप पाण्डेय Updated Sat, 04 May 2024 10:05 AM IST, जनसत्ता )
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